शनिवार, 18 दिसंबर 2010

आरती से महाआरती , भोज महाभोज , उत्सव महोत्सव में बदल रहे हैं .

मण्डला एक धार्मिक नगरी के रूप में ख्याति लब्ध होता जा रहा है ..
पिछले वर्षों में धर्म व्यक्तिगत साधना से बढ़कर सार्वजनिक प्रदर्शन , सामूहिक एकजुटता से शक्तिप्रदर्शन का स्वरूप लेता भी  दिख रहा है .. जाने कितना अच्छा कितना बेहतर है यह देश और समाज के लिये ...
सार्वजनिक होने से आरती से महाआरती , भोज महाभोज , उत्सव महोत्सव में बदल रहे हैं ....
कल मण्डला में ५००१ सुहागिन महिलायें सामूहिक रुप से आयोजित सुहगलों के महाकार्यक्रम में शामिल होंगी ....
एक और महा प्रयोग .......

1 टिप्पणी:

  1. बधाईयां जी। अच्छी बात है सब मे प्रेम प्रतीति बढ रही है। अगर ये महाप्रयोग सफल होता है तो सब के लिये प्रेरणा स्वरूप होगा। नही तो 'महाप्रयोग' तो समाज मे ,सरकार मे हो ही रहे हैं।

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मण्डला में आपका हार्दिक स्वागत है .....