माहिष्मती मण्डला

भारत के हृदय प्रदेश मध्यप्रदेश का एक महत्वपूर्ण जिला है मण्डला , कान्हा राष्ट्रीय अभ्यारण्य के कारण विश्व के नक्शे पर , जाना पहचाना नाम . इतना ही नहीं यहां पाये जाने वाले जीवाश्म वे प्रागैतिहासिक प्राकृतिक दस्तावेज हैं जो बताते हैं कि ६ करोड़ वर्षो पहले कभी यहाँ समुद्र लहराता था ..... जो भी मित्र इस ग्रुप ब्लाग में लेखक के रूप में सीधे जुड़ना चाहते हों कृपया मुझसे vivekranjan.vinamra@gmail.com पर संपर्क करें .

सोमवार, 3 अक्टूबर 2011

Patrika Jabalpur, 04-10-2011 :DigitalEdition

Patrika Jabalpur, 04-10-2011 :DigitalEdition

सारांश यहाँ आगे पढ़ें के आगे यहाँ
प्रस्तुतकर्ता Vivek Ranjan Shrivastava पर 8:26 pm कोई टिप्पणी नहीं:
इसे ईमेल करेंइसे ब्लॉग करें! X पर शेयर करेंFacebook पर शेयर करेंPinterest पर शेयर करें
नई पोस्ट पुराने पोस्ट मुख्यपृष्ठ
सदस्यता लें संदेश (Atom)

मण्डला की खबरें ...

मण्डला से संबंधित ....

  • कान्हा नेशनल पार्क
  • दिव्य नर्मदा ..एक वेब पत्रिका
  • मण्डला के रचनाकार वेब पर
  • मण्डला में महाकुंभ
  • विकि में मण्डला
  • शासकीय ..मण्डला
  • शेरो से मिलने ...कान्हा में रुकना है ?

दुनिया भर में पहुंचे फटाफट

चिट्ठाजगत अधिकृत कड़ी रफ़्तार www.hamarivani.com

कुल पेज दृश्य

फ़ॉलोअर

ब्लॉग आर्काइव

  • ▼  2011 (4)
    • ►  दिसंबर (1)
    • ►  नवंबर (1)
    • ▼  अक्टूबर (1)
      • Patrika Jabalpur, 04-10-2011 :DigitalEdition
    • ►  जनवरी (1)
  • ►  2010 (8)
    • ►  दिसंबर (8)

मेरे बारे में

मेरी फ़ोटो
Vivek Ranjan Shrivastava
सामाजिक लेखन हेतु ११ वें रेड एण्ड व्हाईट पुरस्कार से सम्मानित . "रामभरोसे", "कौआ कान ले गया" व्यंग संग्रहों ," आक्रोश" काव्य संग्रह ,"हिंदोस्तां हमारा " , "जादू शिक्षा का " नाटकों के माध्यम से अपने भीतर के रचनाकार की विवश अभिव्यक्ति को व्यक्त करने का दुस्साहस ..हम तो बोलेंगे ही कोई सुने न सुने . यह लेखन वैचारिक अंतर्द्वंद है ,मेरे जैसे लेखकों का जो अपना श्रम, समय व धन लगाकर भी सच को "सच" कहने का साहस तो कर रहे हैं ..इस युग में . लेखकीय शोषण , व पाठकहीनता की स्थितियां हम सबसे छिपी नहीं है , पर समय रचनाकारो के इस सारस्वत यज्ञ की आहुतियों का मूल्यांकन करेगा इसी आशा और विश्वास के साथ ..
मेरा पूरा प्रोफ़ाइल देखें
चित्र विंडो थीम. Blogger द्वारा संचालित.